Polyhouse farming business ideas/पॉलीहाउस से करें लाखों की कमाई

यदि आप किसान हैं या आपके पास गांव में थोड़ी बहुत जमीन है और आप व्यवसाय करना चाहते हैं, तो आप इस Polyhouse farming व्यवसाय से बहुत पैसा कमा सकते है। Indian Government भी polyhouse farming शुरू करने के लिए अनुदान या सब्सिडी दे रही है। आज हम आपको इसी Polyhouse farming के बारे में पूरी जानकारी देने वाला हूँ, इसलिए पूरा लेख पढ़े और अगर पसंद आये तो खेती वेति ब्लॉग का नोटिफिकेशन को एक्सेप्ट कर ले इसके साथ आप हमारे youtube channal को भी Subscribe कर सकते है।

आज के दौर में, व्यवसाय से लाभ प्राप्त करने के लिए कई नई तकनीक या टेक्नोलॉजी का उपयोग करने की संभावना काफी बढ़ गयी है और आज कल सरकार भी कृषि में नए टेक्नोलॉजी अपनाने के लिए काफी प्रोत्साहित भी कर रही है तो आई ये Polyhouse खेती, एक तकनीकी खेती बिजनेस आइडिया के बारे में अधिक चर्चा करते हैं।

Polyhouse farming क्या है

सरकारों द्वारा कृषि में नई-नई तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है ताकि किसानो की पैदावार बढ़ाई जा सके और पॉलीहाउस फार्मिंग एक ऐसा ही टेक्निक है जिसके द्वारा खेती कर किसान एक छोटी सी जगह में बहुत अच्छे कमाई कर सकते है।

भारत सरकार ने किसानों की आय को बढ़ाने के लिए पॉलीहाउस सब्सिडी योजना भी शुरू की है। इस योजना के तहत सब्सिडी के तहत 16 से 80 लाख तक के पॉलीहाउस में किसान आसानी से किसी भी मौसम या तापमान में विभिन्न फलों, सब्जियों और फूलों की खेती करके अपनी आय को कई गुना बढ़ा रहे हैं। क्योंकि Polyhouse Kheti में किसान बाजार की मांग को हमेशा पूरा कर सकते हैं

पॉलीहाउस क्या होता है : What is polyhouse

पॉलीहाउस हाउस स्टेकचर को बनाने के लिए पॉलिथीन का प्रयोग किया जाता है ताकि प्रकाश का प्रबेश हो सके, इसके कई प्रकार के आकार में बनाये जाते हैं, जैसे वृत्ताकार, अर्धवृत्त, झोपड़ीनुमा आदि। एक पोली हाउस में तापमान, नमी, आद्रता, प्रकाश आदि को नियंत्रित करने के लिए कई प्रकार के उपकरण लगाए जाते हैं, जिससे नमी, आद्रता, प्रकाश को नियंत्रित कर हरेक मौषम में सभी प्रकार के पौधे उगाये जा सके।

पॉलीहाउस कितने प्रकार के होते हैं : Types of polyhouse

Polyhouse farming business ideas

पोली हाउसों को उनके बनावट के अनुसार कई प्रकार में विभाजित किया जाता है। एक पॉलीहाउस को कई अलग-अलग डिजाइनों से बनाया जा सकता है, जैसे चौकोर गोलाकार, गुबन्ददाकार, झोपड़ी नुमा या गुफा नुमा।

Polyhouse farming business क्यों करना चाहिए

आज, खेती किसानी में रुचि रखने वालों के लिए पॉलीहाउस बिजनेस आइडिया एक अच्छी कमाई का साधन हो सकता है।Polyhouse खेती शुरू करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि Polyhouse में गोवेर्मेंट द्वारा दे जाने वाली सब्सिडी, सरकारें लागत का लगभग 90% तक सब्सिडी देती हैं।

पॉली हाउस बिजनेस में बेमौसमी सब्जियां, फल, फूलों आदि की खेती करके बहुत अच्छी कमाई की जा सकती है, Polyhouse खेती में आप आसानी से विदेशी फलों और हर्बल फसलों को उगाकर अच्छी कमाई कर सकते हैं।राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड और राष्ट्रीय बागवानी मिशन किसानों को पोली हाउस बनाने के लिए धन देते हैं। पोली हाउस में खेती करने की लागत बहुत कम होती है, लेकिन उपज अधिक होती है, जिसके परिणामस्वरूप अधिक कमाई मिलती है।

पोली हाउस को मेंटेन करने में लेबर की कम आवश्यकता होती है और इसमें पानी की कम आवश्यकता होती है।इसमें उगाई जाने वाली अधिकांश फसलें सीजनेबल होती हैं, इसलिए इनकी मांग अधिक रहती है। मांग बढ़ने से इनका रेट भी बढ़ता है, जिससे चार गुना अधिक कमाई होती है। Polyhouse कृषि व्यवसाय आय का एक अच्छा स्रोत है क्योंकि यह विपरीत जलवायु परिस्थितियों में भी उच्च गुणवत्ता युक्त फसलों का उत्पादन करता है।

पॉलीहाउस एक एकड़ से 8 लाख से 25 लाख रुपये प्रति वर्ष आसानी से कमाई कर सकते हैं। पॉलीहाउस खेती, एक नई तकनीक से बनाई गई कृषि प्रणाली है, जिसमें परिस्थितियां फसल के अनुसार नियंत्रित की जाती हैं। एक पॉलीहाउस में, किसान की फसल की आवश्यकताओं, जैसे नमी का स्तर, रोशनी, आद्रता, सूर्य की किरणें, आदि के अनुसार बाहरी जलवायु परिस्थितियों का तापमान समायोजित किया जा सकता है।

Polyhouse farming में कौनसी फसल उगाई जाती है

Polyhouse farming, या पॉलीहाउस खेती, कई अलग-अलग परिस्थितियों और आवश्यकताओं के लिए किया जाता है। यह पालक, शिमला मिर्च, खीरा, ककड़ी, टमाटर, गोभी, बैंगन, शिमला मिर्च और अन्य कई प्रकार की सब्जी भी उगाये जाते है, साथ ही विदेशी फल और सब्जियां (जैसे ब्रोकली, स्ट्रौबरी, लेट्यूस, तरबूज, समर स्क्वेश, आदि) भी उगाये जाते है, और उच्च मूल्य पर मार्किट में बेचकर अच्छी कमाई किया जा सकता है।

भारत में एक पॉलीहाउस की लागत कितनी आती है

पोली हाउस की लागत बनाने वाले क्षेत्र पर निर्भर करती है 1 एकड़ क्षेत्र में पोली हाउस बनाने की लागत 8 से 25 लाख रुपये तक हो सकती है। क्योंकि पॉलीहाउस बनाने में पॉलिथीन का प्रयोग किया जाता है, इसके निर्माण और पॉलिथीन की गुणवत्ता दोनों उसकी लागत को प्रभावित करते हैं

सारांश – Conclusion

भारत की अधिकांश जनसंख्या कृषि पर निर्भर है, इसलिए कृषि में आधुनिक और नई तकनीक का उपयोग कर पैदावार को आसानी से बढ़ाया जा सकता है। Polyhouse farming भी किसानों की आय बढ़ाने वाली तकनीक है। यही कारण है कि अगर आप गांव में रहते हैं या गांव में आपके पास थोड़ी बहुत जमीन है, तो आप सरकारी अनुदान या सब्सिडी से पॉलीहाउस लगाकर अपनी आय को कई गुना बढ़ा सकते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह लेख Polyhouse farming business idea पसंद आया होगा. कृपया कमेंट करके बताये और इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें।


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